कवि का आपसे आग्रह
प्रिय पाठकों ये सारी कवितायें लेखक सागर ने
आप की भावनाओं को ध्यान में रखकर ही लिखी हैं कि आपके मन में किस-किस प्रकार की
जिज्ञासायें होती हैं क्योंकि हम लोगों का एक अपना ही संसार होता है लेखक ने इस
लेख में इसी को ध्यान में रखकर हम सभी की मनोभावना को समझकर ही इस लेख को तैयार
किया है जिससे हमारी भवनायें हमारे लिये अपनी भाषा में प्रस्तुत कर सके जिससे सभी
को ये लेख पढ़कर आनंद आये।
कविताओं पर जानकारी
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपके समक्ष खुद अपने विचारों से लिखी कुछ गीत कविताओं का संग्रह प्रस्तुत किया है इसमें सभी प्रकार की भावनाओं से ओत-प्रोत हस्त लिखित गीत कविताओं को सामिल किया गया है हमे उम्मीद है कि आपको ये संग्रह काफी पसंद आयेगा।
लेखक ने बहुत सारी कविताओं का संग्रह आपके समक्ष प्रस्तुत किया है जो इसी बेवसाईट पर नीचे रीड मोर आपशन पर आपको मिल जायेंगे सांथ ही लेखक निरंतर आपके लिये लेख लिख भी रहा है जो आगामी समय में आपको इसी व्लाग पर प्राप्त हो सकेंगे।
यदि आपको हमारी ये हस्त लिखित गीत कविताओं का संग्रह पसंद आये तो हमें जरूर बतायें जिससे हमारा मनोवल बड़ता रहे और हम आपके समक्ष इसी प्रकार का संग्रह बनाते रहें।
नीचे हमारे द्वारा लिखे कुछ गीत कविताओं के
अंश प्रस्तुत हैं अगर इसी तरह आपका प्यार हमें मिलता रहा तो ये संग्रह यूं ही
निरंतर बड़ता रहेगा इसलिये जरूर पढ़ें ओर हमारा मनोवल यूं ही बड़ाते रहें।
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meri-piyari-bitiya-rani |
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मेरी प्यारी बिटिया रानी
मेरी प्यारी बिटिया रानी सबसे प्यारी बिटिया है।
सबसे सुन्दर सबसे न्यारी सबसे प्यारी बिटिया है।
मेरी प्यारी बिटिया रानी......!
सितारों की तू झिलमिल है या उनकी कोई जगमग है।
चाँद सी तुक्षमें रोनक है या खुद तू चाँद की चाँदनी है।
मेरी प्यारी बिटिया रानी......!
झील का तू एक खिलता सा कमल है या उसपे छाई सवनम है।
फूलों सी तक्षमें सुन्दरता है या बहारों का कोई तू मौसम है।
मेरी प्यारी बिटिया रानी......!
सुबहा की तू भोर है या पंछियों का कोई कलरव है।
सॉक्ष की तू है प्यारी सी बैला या जुगनू की चमचम है।
मेरी प्यारी बिटिया रानी......!
वारिस की तू पहली फुहार है या सावन की कोई रिमक्षिम है।
चातक सी हमारी तू आशना है और हमारे दिलों की धड़कन है।
मेरी प्यारी बिटिया रानी ...... !
माता-पिता और समस्त परिवार की और से जन्म दिन पर सप्रेम भेंट । 24.04.2018
कवि का वाक्य :-
दोस्तों इस कविता में कवि ने बिटिया का गणगान किया है जो उसे बड़े ही सहज और सरलता पूर्वक हम सभी को समझ आने वाली भाषा में बेटी के लाड़-दुलार का वर्णन किया है।
हम सभी जानते हैं कि हमारे भारत देश में बेटी बड़ी ही आदरणीय है इस लेख में कवि अपनी कविता द्वारा अपने सभी भाव इस कविता के रूप में व्यक्त करने की कोशिश कर रहा है।
सीख :-
इस कविता से हमें ये सीख मिलती है कि हम सभी को बेटी का आदर करना चाहिये क्योंकि बेटी सम्मान और आदर योग्य है, हमें सदां गर्व होना चाहिये कि हमने भारत की धरती पर जन्म लिया है जिस जमीं पर बेटी को लक्ष्मी माना जाता है देवता तक भी बेटी का आदर करते हैं क्योंकि हमारी भारत भूमि बड़ी ही पवित्र है, सारी दुनियां हमारे भारत की भूमि को दपो भूमि मानती है। ऋषि मुनियों का ये देश जग मे अपनी पवित्रता के लिये प्रचलित है क्योंकि भारत ही एक ऐंसा देश है जहॉं बेटी को लक्ष्मी रूपी माताका दर्जा हांसिल है।
कवितायें जो इस व्लाग में लिखी गई हैं :-
तेरी खूबसूरती, तेरी आगोस का आराम, तेरी चाहत
का सफर, तेरी चाहत, सागर की प्यास, तू सुन्दर है, भारत मॉ की सच्ची सेवा, मॉ का दर्जा ईश्वर से भी उॅचा, मेरी प्यारी
विटिया रानी आदि
आगामी भी आपके समक्ष जल्द ही इस
व्लाग में मिलेगी थोड़ा इंत्जार करे।
हमारे प्रिय पाठकों!
आप सभी को ये जानकारी कैसी लगी? अपने विचार हमारे साथ कमेंट
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