bharat maata par kavita in hindi | भारत माता पर कविता | भारत माँ की सेवा सच्ची सेवा


कवि का आपसे आग्रह

प्रिय पाठकों ये सारी कवितायें लेखक सागर ने आप की भावनाओं को ध्‍यान में रखकर ही लिखी हैं कि आपके मन में किस-किस प्रकार की जिज्ञासायें होती हैं क्‍योंकि हम लोगों का एक अपना ही संसार होता है लेखक ने इस लेख में इसी को ध्‍यान में रखकर हम सभी की मनोभावना को समझकर ही इस लेख को तैयार किया है जिससे हमारी भवनायें हमारे लिये अपनी भाषा में प्रस्‍तुत कर सके जिससे सभी को ये लेख पढ़कर आनंद आये।

कविताओं पर जानकारी 

दोस्‍तों इस पोस्‍ट में हमने आपके समक्ष खुद अपने विचारों से लिखी कुछ गीत कविताओं का संग्रह प्रस्‍तुत किया है इसमें सभी प्रकार की भावनाओं से ओत-प्रोत हस्‍त लिखित गीत कविताओं को सामिल किया गया है हमे उम्‍मीद है कि आपको ये संग्रह काफी पसंद आयेगा।

लेखक ने बहुत सारी कविताओं का संग्रह आपके समक्ष प्रस्‍तुत किया है जो इसी बेवसाईट पर नीचे रीड मोर आपशन पर आपको मिल जायेंगे सां‍थ ही लेखक निरंतर आपके लिये लेख लिख भी रहा है जो आगामी समय में आपको इसी व्‍लाग पर प्राप्‍त हो सकेंगे।

यदि आपको हमारी ये हस्‍त लिखित गीत कविताओं का संग्रह पसंद आये तो हमें जरूर बतायें जिससे हमारा मनोवल बड़ता रहे और हम आपके समक्ष इसी प्रकार का संग्रह बनाते रहें। 

नीचे हमारे द्वारा लिखे कुछ गीत कविताओं के अंश प्रस्‍तुत हैं अगर इसी तरह आपका प्‍यार हमें मिलता रहा तो ये संग्रह यूं ही निरंतर बड़ता रहेगा इसलिये जरूर पढ़ें ओर हमारा मनोवल यूं ही बड़ाते रहें। 

 

bharat maata par kavita in hindi | भारत माता पर कविता | भारत माँ की सेवा सच्ची सेवा
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भारत माँ की सेवा सच्ची सेवा



कह दो माँ से इस भारत माँ से,
हम कितने ही, भाषा भाषी हैं।

लेकिन उससे पहले, सबसे पहले,
हम सब भारत वासी हैं।

माँ की सेवा करना फर्ज हमारा,
हम भारत के ऐन्से से निवासी हैं।

भारत की भूमि है प्यारी भूमि,
हम माता कहकर इसको बुलाते हैं।

इसकी रक्षा है फर्ज हमारा,
इसपे जान भी हम लुटा देंगें।

धर्म हैं कितने और सब हैं बिरले,
सब अपना फर्ज निभाते हैं।

भारत माँ की सेवा करने,
सब आतुर हो जाते हैं।

जीवन ये एक बार मिला है,
हमें भारत माँ की सेवा करना है।

जीवन ये हर बार मिले,
हम  ऐंसा फर्ज निभा देंगें।

लिपटे हैं हम संस्कारों में ऐंसे  
भारत माँ का दुलार हो जैंसे।

हम सब एकता की एक शक्ति बनकर,
एक नया इतिहास बना देंगें।

बस तू आशीष हमें देती जा माँ,
भारत के गुणगान हम दुनियाँ में करा देंगें।
(सागर)

कवि का वाक्‍य :-

दोस्‍तों इस कविता में कवि ने भारत मॉ गणगान किया है जो उसे बड़े ही सहज और सरलता पूर्वक हम सभी को समझ आने वाली भाषा में भारत मॉ का वर्णन किया है।

हम सभी जानते हैं कि हमारी भारत भूमि बड़ी ही आदरणीय है इस लेख में कवि अपनी कविता द्वारा अपने सभी भाव इस कविता के रूप में व्‍यक्‍त करने की कोशिश कर रहा है। 

   

सीख :-

     इस कविता से हमें ये सीख मिलती है कि हम सभी को भारत माता का आदर करना चाहिये क्‍योंकि भारत माता सम्‍मान और आदर योग्‍य है, हमें सदां गर्व होना चाहिये कि हमने भारत की धरती पर जन्‍म लिया है जिस जमीं पर देवता भी कई बार जन्‍म ले चुके हैं क्‍योंकि‍ हमारी भारत भूमि बड़ी ही पवित्र है, सारी दुनियां हमारे भारत की भूमि को दपो भूमि मानती है। ऋषि मुनियों का ये देश जग मे अपनी पवित्रता के लिये प्रचलित है। 

कवितायें जो इस व्‍लाग में लिखी गई हैं :-

तेरी खूबसूरती, तेरी आगोस का आराम, तेरी चाहत का सफर, तेरी चाहत, सागर की प्‍यास, तू सुन्‍दर है, भारत मॉ की सच्‍ची सेवा, मॉ का दर्जा ईश्‍वर से भी उॅचा, मेरी प्‍यारी विटिया रानी आदि

आगामी भी आपके समक्ष जल्‍द ही इस व्‍लाग में मिलेगी थोड़ा इंत्‍जार करे।

हमारे प्रिय पाठकों!

आप सभी को ये जानकारी कैसी लगीअपने विचार हमारे साथ कमेंट बॉक्स के माध्यम से साझा करें। आपकी राय हमारे लिए बहुत कीमती है। शुक्रिया !

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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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