मकड़ी ने सिखाया जीतना
एक राजू नाम का लड़का था वो पढाई में काफी कमजोर था उसके माता-पिता को उसके भविष्य की चिंता थी क्योंकि वो उसे इंजिनियर बनाना चाहते थे और राजू मेथ विषय में ही कमजोर था इस बात का दुख राजू को भी था कि वो अपने माता-पिता के सपने को सच करना चाहता है मगर क्या करें मेंथ को कैसे समझा जाये कि वो विषय सरल बन जाये।

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एक दिन राजू सोफे पर बैठा था कि एक मकड़ी उसके पास गिर गई जो ऊपर से गिरी थी वह मकड़ी जाल से गिरी थी जो अपने जाल बनाने वाले अद्रिस्य लारवा के साथ नीचे आई थी पर उसको वापस उस लारवे साहरे चड़ने में काफी परेशानी हो रही थी वो बार-बार चड़ती और गिर जाती इसी तरह कई बार कोशिश करने पर मकड़ी ऊपर चड़ गई राजू ये सब देख रहा था उसी वक्त राजू ने सोचा कि ये मकड़ी अपने मुकाम तक जाने के लिये कई बार असफल होने के बाद भी सफलता हासिल कर सकती है तो में क्यों नहीं कर सकता उसी समय उसने निश्चय किया कि मेरा मेंथ सबजेक्ट ही वीक है में उसे ही बार-बार रिवाइज करूंगा और सफल होकर ही रहुंगा।
फिर राजू ने उसी दिन से अपने कमजोर विषय में ज्यादा मेहनत करना शुरू कर दिया और वह परीक्षा में अच्छे अंको के साथ उत्र्तीण भी हुआ अब उसे विश्वास हो गया कि मेहनत करने पर भी सफलता न तो इंसान को बार-बार प्रयास करते रहना चाहिये एक दिन सफलता अवश्य ही मिलेगी।
सीखः-
यदि हम किसी क्षेत्र में मेहनत करने पर भी सफल नहीं होते तो हमें अपना आत्म विश्वास नहीं खोना चाहिये वल्कि दोबारा नही बार-बार प्रयास करते रहना चाहिये हमें सफलता अवश्य ही मिलेगी।
वचनः-
निरंतर मेहनत करने वाले अवश्य ही सफल होते हैं इसलिये एक बार असफल होने पर हमें निराश नहीं होना चाहिये वल्कि पुनः पुरे मन से प्रयास में लग जाना चाहिये।
लेखक का आपसे आग्रह
प्रिय पाठकों ये सारी कहांनियॉं लेखक सागर ने आप की भावनाओं को ध्यान में रखकर ही लिखी हैं कि आपके मन में किस-किस प्रकार की जिज्ञासायें होती हैं क्योंकि हम लोगों का एक अपना ही संसार होता है लेखक ने इस लेख में इसी को ध्यान में रखकर हम सभी की मनोभावना को समझकर ही इस लेख को तैयार किया है जिससे हमारी भवनायें हमारे लिये अपनी भाषा में प्रस्तुत कर सके जिससे सभी को ये लेख पढ़कर आनंद आये।
कहांनिओं पर जानकारी
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपके समक्ष खुद अपने विचारों से लिखी कुछ बाल कहांनिओं का संग्रह प्रस्तुत किया है इसमें सभी प्रकार की भावनाओं से ओत-प्रोत हस्त लिखित बाल कहांनिओं को सामिल किया गया है हमे उम्मीद है कि आपको ये संग्रह काफी पसंद आयेगा।
लेखक ने बहुत सारी बाल कहांनिओं का संग्रह आपके समक्ष प्रस्तुत किया है जो इसी बेवसाईट पर नीचे रीड मोर आपशन पर आपको मिल जायेंगे सांथ ही लेखक निरंतर आपके लिये लेख लिख भी रहा है जो आगामी समय में आपको इसी व्लाग पर प्राप्त हो सकेंगे।
यदि आपको हमारी ये हस्त लिखित बाल कहांनिओं का संग्रह पसंद आये तो हमें जरूर बतायें जिससे हमारा मनोवल बड़ता रहे और हम आपके समक्ष इसी प्रकार का संग्रह बनाते रहें।
नीचे हमारे द्वारा लिखे कुछ बाल कहांनिओं के अंश प्रस्तुत हैं अगर इसी तरह आपका प्यार हमें मिलता रहा तो ये संग्रह यूं ही निरंतर बड़ता रहेगा इसलिये जरूर पढ़ें ओर हमारा मनोवल यूं ही बड़ाते रहें।
लेखक का वाक्य :-
दोस्तों इस कहानी में लेखक ने मकड़ी के बारे में बताया है जो उसे बड़े ही सहज और सरलता पूर्वक हम सभी को समझ आने वाली भाषा में मकड़ी के बारे में वर्णन किया है।
हम आपको ये बताना चाहते हैं कि इस लेख में लेखक ने अपनी कहांनी द्वारा अपने सभी भाव इस कहानी के रूप में व्यक्त करने की कोशिश कर की है, सांथ हमें कहानी के बारे में बड़े ही सहज भाव से अपनी बात रखने की कोशिश की है जो काफी काबिले तारीफ है।
सांथ ही ये बताने का प्रयास भी किया है कि हमें सभी के प्रति सहज भाव रखना चाहिये जिससे सभी हमें अति प्रिय लगने लगते हैं और हम उनके प्रति प्रेम पूर्ण भाव रखने का सदां ही प्रयास करना चाहिये जिससे सभी को हम और हमको सभी अपने आप ही प्यारे लगने लगते हैं।
कहांनियाँ जो इस व्लाग में लिखी गई हैं :-
मकड़ी ने साखाया जीतना, घमंडी रीनू, अमिंत और रोहन, रानी और आरती आदि।
आगामी भी आपके समक्ष जल्द ही इस व्लाग में मिलेगी थोड़ा इंत्जार करे।
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