रानी और आरती | Hindi Kahaniya | हिंदी की कहानियां

लेखक का आपसे आग्रह

प्रिय पाठकों ये सारी कहांनियॉं लेखक सागर ने आप की भावनाओं को ध्‍यान में रखकर ही लिखी हैं कि आपके मन में किस-किस प्रकार की जिज्ञासायें होती हैं क्‍योंकि हम लोगों का एक अपना ही संसार होता है लेखक ने इस लेख में इसी को ध्‍यान में रखकर हम सभी की मनोभावना को समझकर ही इस लेख को तैयार किया है जिससे हमारी भवनायें हमारे लिये अपनी भाषा में प्रस्‍तुत कर सके जिससे सभी को ये लेख पढ़कर आनंद आये।

रानी और आरती | Hindi Kahaniya | हिंदी की कहानियां
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रानी और आरती

     ये कहानी है एक हर में रहने वाली दो लड़कियों की वो आपस में अच्छी दोस्त थीं रानी पड़ने के साथ-साथ सभी कार्यो में काफी होशियार थीं सभी काम ठीक प्रकार से करती थीं और पड़ाई भी पुरे मन से करती थीं जिस कारण उसकी स्कूल में और सभी जगह काफी तारीफ हुआ करती थी।

     उसके विपरीत आरती ज्यादातर अपना समय खेलने में ही बिताया करती थी उसका किसी भी काम में मन नहीं लगता था वो किसी भी काम को ठीक से नहीं कर पाती थी पड़ाई में भी उसके नम्वर हमेशा कम ही आते थे जिस कारण उसके माता-पिता को उसकी काफी चिंता रहती थी कि आरती को काम तो ठीक से नहीं आता और पड़ाई में भी ये काफी कमजोर है इसका भविष्य क्या होगा।

     आरती की मां सदा आरती को काम ठीक से करने के लिये डांटती रहती जिसके कारण और पिता जी उसे समझाते कि हमेशा पड़ाई पर ध्यान दिया करों नहीं तो तुम फैल हो जाओगी मगर आरती इन बातों को नजर अंदाज करके हमेशा करके हमेशा खेलने में ही लगी रहती थी।

     आरती और रानी दोनों परीक्षा का समय चल रहा था तब भी आरती के माता-पिता ने उसे खूब समझाया कि ये तुम्हारे बोर्ड के पेपर हैं ठीक प्रकार से पड़ाई करो मगर वो हमेशा ये ही कहती कि देखना में रानी से अच्छे नम्वर ही लाऊंगी।

     कुछ दिन बाद जब परीक्षा का परिणाम आया तो रानी अच्छे नम्वरों से पास हो गई पर आरती सभी विषय में फैल थी जब आरती ने अपनी मार्कशीट देखी तो उसे बहुत दुख हुआ और उसके सारें दोस्त जो उनके साथ खेला करते थे वे सभी अगली कक्षा में चले गये लेकिन उसके पास अब पछताने के अलावा कोई रास्ता नहीं था उसने अपने माता-पिता से हाथ जोड़कर माफी मांगी और ये वादा भी किया कि वो अब से खूब मन लगाकर पड़ाई करेगी और बाकी काम भी ठीक से करने का वादा किया जिससे उसके माता-पिता खुहो गये कि चलो आरती को सीख तो मिली और अपनी गलती एहसास तो हुआ।

सीखः-

     में इस कहानी से ये सीख मिलती है कि हमें अपनी पड़ाई के साथ-साथ दैनिक कार्य भी ठीक प्रकार से करना चाहिये और बडों की बात मानना चाहिये नहीं तो बाद मे सिर्फ पछताना ही पड़ता है।

वचनः-
     जो इंसान दूसरों की गलती से सीख लेता है बही समझदार होता है! 

कहांनिओं पर जानकारी 

दोस्‍तों इस पोस्‍ट में हमने आपके समक्ष खुद अपने विचारों से लिखी कुछ बाल कहांनिओं का संग्रह प्रस्‍तुत किया है इसमें सभी प्रकार की भावनाओं से ओत-प्रोत हस्‍त लिखित बाल कहांनिओं को सामिल किया गया है हमे उम्‍मीद है कि आपको ये संग्रह काफी पसंद आयेगा।

लेखक ने बहुत सारी बाल कहांनिओं का संग्रह आपके समक्ष प्रस्‍तुत किया है जो इसी बेवसाईट पर नीचे रीड मोर आपशन पर आपको मिल जायेंगे सां‍थ ही लेखक निरंतर आपके लिये लेख लिख भी रहा है जो आगामी समय में आपको इसी व्‍लाग पर प्राप्‍त हो सकेंगे।

यदि आपको हमारी ये हस्‍त लिखित बाल कहांनिओं का संग्रह पसंद आये तो हमें जरूर बतायें जिससे हमारा मनोवल बड़ता रहे और हम आपके समक्ष इसी प्रकार का संग्रह बनाते रहें।

नीचे हमारे द्वारा लिखे कुछ बाल कहांनिओं के अंश प्रस्‍तुत हैं अगर इसी तरह आपका प्‍यार हमें मिलता रहा तो ये संग्रह यूं ही निरंतर बड़ता रहेगा इसलिये जरूर पढ़ें ओर हमारा मनोवल यूं ही बड़ाते रहें।  

           

लेखक का वाक्‍य :-

दोस्‍तों इस कहानी में लेखक ने रानी और आरती के बारे में बताया है जो उसे बड़े ही सहज और सरलता पूर्वक हम सभी को समझ आने वाली भाषा में रानी और आरती के बारे में वर्णन किया है।

हम आपको ये बताना चाहते हैं कि इस लेख में लेखक ने अपनी कहांनी द्वारा अपने सभी भाव इस कहानी के रूप में व्‍यक्‍त करने की कोशिश कर की है, सांथ हमें कहानी के बारे में बड़े ही सहज भाव से अपनी बात रखने की कोशिश की है जो काफी काबिले तारीफ है।

सांथ ही ये बताने का प्रयास भी किया है कि हमें सभी के प्रति सहज भाव रखना चाहिये जिससे सभी हमें अति प्रिय लगने लगते हैं और हम उनके प्रति प्रेम पूर्ण भाव रखने का सदां ही प्रयास करना चाहिये जिससे सभी को हम और हमको सभी अपने आप ही प्‍यारे लगने लगते हैं।

कहांनियॉं जो इस व्‍लाग में लिखी गई हैं :-

मकड़ी ने साखाया जीतना, घमंडी रीनू, अमिंत और रोहन, रानी और आरती आदि।

आगामी भी आपके समक्ष जल्‍द ही इस व्‍लाग में मिलेगी थोड़ा इंत्‍जार करे।

हमारे प्रिय पाठकों!

आप सभी को ये जानकारी कैसी लगीअपने विचार हमारे साथ कमेंट बॉक्स के माध्यम से साझा करें। आपकी राय हमारे लिए बहुत कीमती है। शुक्रिया !

Note:-.

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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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